Hadi Choopan: “पर्शियन वुल्फ की वापसी: Hadi Choopan बने 2025 Mr. Olympia के रनर-अप, लेकिन जीते लाखों दिल” हर साल दुनिया भर के बॉडीबिल्डिंग प्रेमियों की नज़र होती है एक ही मंच पर Mr. Olympia। और इस बार भी जब लाइट्स ने वेगास के स्टेज को जगमगा दिया, तब दुनिया भर की नज़रें एक बार फिर ईरान के “Persian Wolf” यानी Hadi Choopan पर टिकी थीं। मगर किस्मत ने फिर से एक बार उन्हें पहला नहीं, बल्कि दूसरा स्थान दिया। जी हां, 2025 Mr. Olympia में Hadi Choopan ने अपनी ज़बरदस्त मेहनत और अद्भुत शरीर से दूसरा स्थान हासिल किया। हालांकि, इस बार भी उन्होंने अपने फैंस के दिल जीत लिए और “People’s Champion” का खिताब अपने नाम किया।
लास वेगास का ऐतिहासिक मुकाबला
अक्टूबर 2025 में लास वेगास में जब Mr. Olympia का मंच सजा, तब हर कोई जानता था कि यह रात यादगार होने वाली है। मंच पर दुनिया के बेहतरीन बॉडीबिल्डर्स ने अपनी सीमाओं को परखा, और आखिर में Derek Lunsford ने पहला स्थान हासिल करते हुए Olympia का ताज अपने सिर पर सजाया। वहीं Hadi Choopan ने बेहद कड़ी टक्कर देते हुए दूसरा स्थान पाया और $200,000 (लगभग ₹1.6 करोड़) की इनामी राशि जीती। तीसरे स्थान पर Andrew Jacked, चौथे पर Samson Dauda, और पाँचवे पर Martin Fitzwater रहे। लेकिन दर्शकों के दिलों की बात करें तो, Hadi Choopan फिर से “लोगों के चैंपियन” बने एक बार फिर यह साबित करते हुए कि ताज सिर्फ़ मांसपेशियों से नहीं, बल्कि प्यार और सम्मान से भी जीता जाता है।
Hadi Choopan: एक जुनून की कहानी
ईरान के एक छोटे से शहर से निकलकर दुनिया की सबसे बड़ी बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता तक पहुंचना कोई आसान सफर नहीं था। लेकिन Hadi Choopan ने अपने कठिन परिश्रम, समर्पण और अटूट विश्वास से असंभव को संभव किया। 2022 में उन्होंने इतिहास रचते हुए Mr. Olympia का खिताब जीता था और ईरान के पहले विजेता बने थे।
इसके बाद 2023, 2024 और अब 2025 लगातार तीन साल उन्होंने रनर-अप बनकर दिखाया कि असली चैंपियन वह नहीं जो हमेशा जीतता है, बल्कि वह होता है जो हार के बाद भी हार नहीं मानता।
2025 की जंग: मिलीमीटर का फर्क, लेकिन दिलों की जीत
इस बार के मुकाबले में Derek Lunsford और Hadi Choopan के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। दोनों एथलीट्स ने अपनी बॉडी की परफेक्शन से जजों को हैरान कर दिया।
हालांकि, अंतिम राउंड में Lunsford ने थोड़ी अधिक “फुलनेस” और “स्ट्रक्चरल बैलेंस” दिखाया, जिसने उन्हें बढ़त दी। लेकिन दर्शकों के लिए Hadi अब भी विजेता थे उनकी हर पोज़, हर एक्सप्रेशन, और हर एक पल में झलकता था जुनून और गर्व। लोगों ने सोशल मीडिया पर भी Hadi के लिए जबरदस्त समर्थन दिखाया। फैंस ने लिखा “वो दिलों के Mr. Olympia हैं, हमें गोल्ड की जरूरत नहीं।”
मंच के पीछे का इंसान: Hadi की असली ताकत
Hadi Choopan सिर्फ एक बॉडीबिल्डर नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।
भले ही उन्होंने कई बार वीज़ा समस्याओं, भाषा की बाधाओं और आर्थिक चुनौतियों का सामना किया हो, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
उनका यह सफर हमें यह सिखाता है कि असली ताकत सिर्फ शरीर में नहीं, बल्कि इरादों में होती है। वह हर बार मंच पर उसी जुनून के साथ उतरते हैं जैसे यह उनकी पहली या आखिरी लड़ाई हो। शायद यही वजह है कि जब वे दूसरे स्थान पर आए, तब भी पूरा ऑडिटोरियम तालियों से गूंज उठा।
2026 की उम्मीद: क्या फिर लौटेगा ताज?
अब सबकी नज़रें 2026 पर हैं। क्या Hadi Choopan फिर से अपने शिखर पर लौटेंगे? क्या “Persian Wolf” एक बार फिर Mr. Olympia का ताज अपने सिर पर सजाएंगे? अगर इतिहास कुछ कहता है, तो वह यह कि Hadi Choopan कभी पीछे नहीं हटते। वह हमेशा मजबूत होकर लौटते हैं, और शायद 2026 वह साल होगा जब यह वुल्फ फिर से गरजेगा पहले से भी ज़्यादा तेज़, पहले से भी ज़्यादा मजबूत।
एक असली चैंपियन की पहचान
जीतना ही सबकुछ नहीं होता। असली चैंपियन वो होता है जो हर बार गिरकर भी और ऊंचा उठे।
Hadi Choopan ने 2025 Mr. Olympia में भले ही दूसरा स्थान पाया हो, लेकिन उन्होंने जो प्रेरणा और जुनून दिया है, वह किसी भी गोल्ड मेडल से बड़ा है। लोग उन्हें सिर्फ उनके शरीर के लिए नहीं, बल्कि उनकी आत्मा के लिए प्यार करते हैं। और शायद यही कारण है कि आज भी हर कोई कह रहा है
“Hadi Choopan हारकर भी जीते हैं, क्योंकि उन्होंने दुनिया के दिल जीत लिए हैं।”
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